पिथौरा

करिया धुरवा मेले में दिखती है छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक : डॉ.सम्पत अग्रवाल

पिथौरा. राष्ट्रीय राजमार्ग 53 से 5 कि.मी. उत्तर दिशा में ग्राम अर्जुनी में भगवान करिया धुर्वा एवं भगवती करिया धुरवाईन का मंदिर स्थित है।प्रतिवर्ष अगहन पूर्णिमा से तीन दिन तक का ऐतिहासिक मेला लगता है इस वर्ष भी तीन दिन तक मेला का आयोजन किया गया है। जहां नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक व नगर पंचायत बसना पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा नेता डॉ. सम्पत अग्रवाल शामिल हुए तथा भगवान करिया धुर्वा एवं भगवती करिया धुरवाईन का मंदिर पहुँच कर पूजा अर्चना कर क्षेत्रवासियों समृद्धि और खुशहाली के लिए कामना की, इस दौरान ग्रामवासियों एवं मेला आयोजन समिति सदस्यों ने डॉ. सम्पत अग्रवाल का पुष्पहार से स्वागत सम्मान किया।

डॉ.सम्पत अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि यह मेला प्रदेश में ख्याति प्राप्त है, जिसमें दूरस्थ अंचलों से लोग भगवान करिया धुरवा से मन्नत मांगने पहुंचते हैं। भगवान करिया धुरवा सबकी मनोकामनाएं पूरी करें और क्षेत्र में निरंतर विकास और खुशहाली बनी रहे। साथ ही इस मेले के माध्यम से लोगों को छत्तीसगढ़ की परंपरा से परिपूर्ण विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जुड़ने का भी मौका मिलता है।

प्रतिदिन रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। प्रति दिन लोक कला मंच महतारी खरोरा के द्वारा विशेष प्रस्तुति दी जा रही है।इस मेले में इन देवी देवताओं के प्रति अंचल में गहरी आस्था है।प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में विभिन्न क्षेत्रों से दर्शनार्थी श्रद्धालुजनों का सैलाब अर्जुनी मेला में शामिल होते हैं जहां मनोकामना पूरी होने, लोग श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना करने आते हैं। दोनो देवी देवताओं की पूजा आदिवासी प्रथा एवं परम्परा के अनुसार स्थानीय बैगा द्वारा सुबह और शाम रोजाना किया जाता है।

इस अवसर पर पूर्व मंडी अध्यक्ष प्रेम शंकर पटेल, पिथौरा सेक्टर प्रभारी विक्की सलुजा, स्वप्निल तिवारी, सह प्रभारी जतिन ठक्कर, बृजेश यादव, सोनाऊराम ध्रुव, गणेश ध्रुव, पुरन बरिहा, सादराम पटेल, नरसिंग पटेल, तरुण सिन्हा, घनश्याम पटेल, अन्नत वर्मा, डालेश्वर पटेल, विष्णु डडसेना सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं मेला समिति के सदस्य उपस्थित थे।

JIVAN DAS

भारत अंचल के फाउंडर और ओनर है।संपर्क मो.न.-7354223749

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