
बसना : ग्राम केवटापाली (बडे़ साजापाली) में हुआ भव्य हास्य कवि सम्मेलन
बसना अंचल के पावन धरा ग्राम केंवटापाली (बडे़ साजापाली) में सुखदास गुंजा की सुपुत्री सर्वमंगला मानिकपुरी के जन्मदिन के अवसर पर भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ में मां भगवती की आराधना की गई एवं मंच के प्रसिद्ध कवि चंदर सिंह सिदार ने शानदार सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। अतिथियों का स्वागत परिवार व गांव के सम्मानित सदस्यों ने बैच लगाकर किया। तत्पश्चात मंच के संचालक गणपत देवदास ने अपने चिर-परिचित अंदाज में अपने हास्य के फब्वारो के साथ संचालन किया। सर्वप्रथम धनीराम नंद मस्ताना ने नंदागे गांव की चिन्हारी वाले गीत से समा बांधा। काव्य पाठ के क्रम में डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर ने देश के वैज्ञानिक को समर्पित करते हुए चन्द्रयान की सफलता पर शानदार काव्यपाठ किया।परशुराम चौहान ने श्रृंगार एवं वीर रस के ग़ज़ल से, विजय कुमार कन्नौजे ने व्यंग की कविताओं से, प्रेम चंद साव प्रेम ने प्रेम विषय में मुक्तक सृजन से लोगों का दिल जीता। डॉ. सुकमोती चौहान रूचि ने छंद गीत से महिलाओं को आगे बढ़ाने की प्रेरणा दी। गोकुलानंद चुलबुला ने कुंवारों की पीड़ा बताते हुए इज़हार-ए-इश्क के अलग-अलग छंदों से मंच में देर रात तक बड़े ही शानदार ढंग से काव्यपाठ का आनंद लेते सभी दर्शकों को खूब गुदगुदाया, तेरस कैवर्त आंसू ने करूण रस में देश की गरीबी पर कविता सुनाया। ललित भार ने बाल कविता साथ ही साहित्य के विभिन्न रसों का रसपान कराया। कार्यक्रम के अंतिम काव्याहुति देते हुए मानक दास मानिकपुरी मगन ने अपने कभु के मैं भगवान रतेव त सब के दुख ला मेटाते मैं हास्य व्यंग्य की मधुरिम कविता की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में धरमदास, जानकी बाई मानिकपुरी, बसंती लैन दास, घुरवीन दास, गंगाराम, सुभाष गुरुजी, रामकुमार लहरे, राजेन्द्र लहरे, देवलाल, गुंजन सदानंद, ईश्वर प्रसाद व गाँव के सदस्यों ने सभी कवियों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया और अंततः शानदार आयोजन के लिए सभी कवियों का आभार जताते हुए मानक मगन ने आगे भी ऐसे सफल आयोजन की कामना की।