
पिथौरा : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 बिस्तर पोषण पुनर्वास केंद्र शुरू, उद्घाटन समारोह में शामिल हुए विधायक डॉ.सम्पत अग्रवाल, पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों को मिलेगा पौष्टिक आहार, नया जीवन
पिथौरा। कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बसना विधायक डॉ.सम्पत अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में 10 बिस्तर पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) का उद्घाटन किया गया। मां भारती एवं छत्तीसगढ़ महतारी की पूजन कर उद्घाटन के बाद विधायक डॉ.सम्पत अग्रवाल द्वारा केंद्र में उपस्थित बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए अस्पताल में बच्चों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जांच की गई। साथ ही अस्पताल में उपलब्ध बच्चों के परिजनों से समय पर कुपोषण की पहचान करते हुए कुपोषित बच्चों को सही पोषण देते हुए सुपोषित करने के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की गई।
विधायक डॉ.सम्पत अग्रवाल ने कहा कि कुपोषण की इस लड़ाई में पोषण पुनर्वास केन्द्रों की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है।पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों को सुपोषित बनाने पौष्टिक आहार के साथ नया जीवन मिलेगा। हमारा कर्तव्य है कि हम शिशु के माता पिता को समझाएँ उनकी काउंसलिंग करें और बच्चों के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए अधिक से अधिक बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करें। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ सामाजिक दायित्व के रूप में सभी व्यक्तियों की भूमिका है। हमें लगातार प्रयासरत रहना होगा जिससे हम अपने समाज अपने क्षेत्र अपने छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त बना सकें।
पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) उद्घाटन समारोह में कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रदेश मंत्री शंकर अग्रवाल, किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष प्रेम शंकर पटेल, पिथौरा मण्डल अध्यक्ष नरेश सिंघल, विधायक प्रतिनिधि विक्की सलुजा, अजा मोर्चा जिलाध्यक्ष प्रियरंजन कोसरिया, सांसद प्रतिनिधि स्वप्निल तिवारी, नरेन्द्र बोरे,हरजिंदर सिंह, मन्नू लाल ठाकुर, रैयदास गोयल, रविन्दर आजमानी, संजय गोयल, सुरेश बंसल, रीना गर्ग, क्षमा गोयल, सरला बंसल, मधुरिमा पाण्डेय, सुरेन्द्र साहू, पुष्पराज गजेन्द्र, सौरभ अग्रवाल, राजेश गोयल, अंजली पाण्डेय, मनमोहन जैन, तिलक यादव, संतोष प्रधान, प्रदीप प्रधान, दिलीप निषाद, तारा अग्रवाल, कोमल मोहंती, सन्नी रोहिल्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।