
शिव मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में भाजपा नेता डॉ.सम्पत अग्रवाल हुए शामिल… पूजन कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की…
बसना. ग्राम छिर्राचुवां में स्थित नवनिर्मित शिव मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शिवलिंग की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। यहाँ आयोजित कार्यक्रम में नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक एवं नगर पंचायत पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता डॉ.सम्पत अग्रवाल शामिल हुए, भगवान शंकर के प्रतीक शिवलिंग की पूजन कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की, उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान शंकर सभी देवों के देव हैं, उनके बिना इस संसार ही नहीं पूरे ब्रम्हांड की कल्पना करना असंभव है , हमारे ऋषि मुनि वेदों के विद्वान बताते हैं कि कण कण में शंकर बसे हैं, भगवान शंकर को भोलेनाथ भी कहा जाता है क्योंकि महादेव जी देव, दानव, मानव सभी पर कृपा करते हैं।
उन्होंने आगे नीलांचल सेवा समिति के द्वारा नर सेवा नारायण सेवा की परिकल्पना को साकार करते निस्वार्थ भाव से किये जा रहे जन सेवा कार्य स्वास्थ्य संबंधी जनसेवा कार्यो जैसे नीलांचल निशुल्क एंबुलेंस सेवा, उपचार सेवा,स्वास्थ्य शिविर, नेत्र जांच शिविर, रक्तदान शिविर, खेल खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, मंदिरों का जीर्णोद्धार, पीने योग्य जल की व्यवस्था, शिक्षण संस्थानों में सहयोग, तीर्थ यात्रा इत्यादि जन सेवा कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। और अधिक से अधिक नीलांचल सेवा समिति की सदस्यता लेकर सेवा का लाभ लेने एवं अपने ग्रामों के लोगों की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। एवं नीलांचल सेवा समिति के तत्वावधान में 26 फरवरी को गढफुलझर, 05 मार्च को पिरदा एवं 12 मार्च को बसना नगर में आयोजित किये जा रहे स्वास्थ्य शिविरों की जानकारी दी।और कहा आप सभी अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की जानकारी और सुझाव के लिए स्वास्थ्य शिविर में अवश्य पहुंचे।
इस अवसर पर नीलांचल सेवा समिति सिंघनपुर सेक्टर प्रभारी त्रिलोचन भोई, भाजपा सांकरा मंडल महामंत्री डॉ. मुरलीधर, सरपंच अजय साव, ग्राम पटेल सेतकुमार डडसेना, ग्राम गौटिया रविशंकर डडसेना, हरिराम डडसेना, सुदर्शन डडसेना, बीरेंद्र जगत, मधुराम डडसेना, तीजराम जगत, रामचंद्र जगत, शिव भोई, लच्छीराम बंजारा, परक्षीत जगत, इतवारीलाल, मोहनलाल साव, नीलांचल महिला समिति अध्यक्ष तीजमेत पोर्ते, विमला डडसेना, नंदबाई पोर्ते, मेमबाई, कुमारी बाई, सत्यभामा डडसेना, कुमारी जगत, पूजा डडसेना, लीलाबाई पोर्ते, जयमोती जगत, उषा जगत, कमलेश्वरी डडसेना, त्रिपुरा, भोजमती, मालती, खीरवती, तिजमोती, राजिम, पद्मलिनी व बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहें।