
हमें भगवान राम के आदर्शों पर चलने का प्रयास करना चाहिए। उनका जीवन सदगुणों की सीख देता है : डॉ.सम्पत अग्रवाल
बसना.नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक व नगर पंचायत बसना पूर्व अध्यक्ष एवं लोकप्रिय भाजपा नेता आदरणीय डॉ.सम्पत अग्रवाल कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर ग्राम बंसुला में आयोजित रामलीला महोत्सव (रामायण कार्यक्रम) में शामिल हुए, जहां उन्होंने भगवान राम की पूजा की। इस दौरान डॉ.सम्पत अग्रवाल के साथ संयोजक श्री निर्मलदास सेक्टर प्रभारी श्री उपेन्द्र साव उपस्थित रहें। उन्होंने बंसुला में रामलीला के आयोजन की बधाई देते हुए रामलीला के लिए पहुंचे कलाकारों का स्वागत किया। रामायण समिति एवं ग्रामवासियों ने डॉ.सम्पत अग्रवाल व उपस्थित अतिथियों का पुष्पहार, श्रीफल भेंट कर स्वागत किया।
डॉ.सम्पत अग्रवाल ने कार्तिक पूर्णिमा की बधाई देते हुए कहा बचपन में बहुत रामलीला के मंचन देखे हैं, तब आध्यात्म से जुड़ने के साथ ही यह मनोरंजन का भी साधन था। टेलीविजन आने से इसकी कमी महसूस हो रही थी। भगवान राम छत्तीसगढ़ के कण-कण में रचे-बसे हैं। भगवान राम का छत्तीसगढ़ के करीब से सम्बद्ध है। जब हम छत्तीसगढ़ के गांव में आपस में मिलते हैं तो राम-राम कहते हैं। सोते-जागते हर समय यहां राम का स्मरण किया जाता है। उन्होंने कहा कि, पूरी दुनिया में माता कौशल्या का एकमात्र मंदिर छत्तीसगढ़ में है। यह माता कौशल्या का जन्म हुआ, जो छत्तीसगढ़ के लिए सौभाग्य की बात है। ऐसे में हम छत्तीसगढ़वासी भगवान राम को भांचा कहते हैं, इसलिए यहां भांजे में भगवान राम का स्वरूप देखते हैं। इसलिए यहां परम्परा है कि मामा अपने भांजे का चरण स्पर्श करते हैं। अपने वनवास की अवधि में भी भगवान राम ने सबसे अधिक समय छत्तीसगढ़ में बिताया। यहीं पर उन्होंने शबरी के जूठे बेर खाए। भगवान राम सबके प्रति समभाव रखते थे। हमें भगवान राम के आदर्शों पर चलने का प्रयास करना चाहिए। उनका जीवन, सदगुणों की सीख देता है।
इस कार्यक्रम में रविलाल चौहान, विजय पटेल, लखन परमार, सुकुलदास पटेल,आशीष चौरसिया, जयलाल साव, नरेंद्र साहू, प्रहलाद साव, रमेश साव, मानसाय पटेल, वेदनाथ साव, नीलेश पटेल, जसकेतन साव, जगमोहन साव, मनोज साव, कृष्ण कुमार साव, तेजराम साव, चतुर्भुज साव सहित ग्रामवासी व अंचलवासी मौजूद थे।