
श्रीमद् भागवत केवल कथा नहीं, मन को सुंदर और शुद्ध बनाने का सशक्त माध्यम है। यह ऐसा दर्पण है, जिसमें हमें अपनी कमियां भी दिखाई दे सकती हैं : किसान नेता अशवंत तुषार साहू
महासमुंद (छत्तीसगढ़)// महासमुंद विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्राम मुंगासेर में धुव्रंशी परिवार के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा आयोजन के अवसर पर किसान नेता अशवंत तुषार साहू सम्मिलित हुए, तुषार साहू ने अपने उद्बोधन में कहा
हम सब स्वयं अपना निरीक्षण करने के बजाय दूसरों के निरीक्षण में ज्यादा रुचि और ध्यान रखते हैं। याद रखें दूसरों का मूल्यांकन करने वाला सदैव दुखी रहता है। श्रीमद् भागवत केवल कथा नहीं, मन को सुंदर और शुद्ध बनाने का सशक्त माध्यम है। यह ऐसा दर्पण है, जिसमें हमें अपनी कमियां भी दिखाई दे सकती हैं | पंडित.मिश्रा जी ( लखनपुर वाले ) कथा वाचक ने कहा हम कितने शुद्ध और निर्मल हैं, इसका आकलन करना है तो भागवत की शरण में जरूर बैठे। भागवत आत्म निरीक्षण करना सिखाती है। स्वच्छता बाहर की होती है और पवित्रता अंदर की। हम कितने स्वच्छ और कितने पवित्र हैं, इसका अंदाजा हमें भागवत के श्रवण से ही मिलेगा। राम और कृष्ण इस देश के आधार स्तंभ हैं। इनके बिना भारत भूमि की कल्पना करना भी संभव नहीं है। श्री उत्तम – श्री मति हीरा व धुव्रंसी परिवार के द्वारा श्री मन्द भागवत कथा का आयोजन किया गया था
इस शुभ अवसर पर आकाश मिश्रा, राज साहू, बबलू कुर्रे, जगदीश सिंह ठाकुर, रमेश पटेल, राजेंद्र ध्रुव, बबलू साहू, आशीष निषाद, टेमन साहू, जानू साहू, डुमेन्द्र साहू, योगेश चंद्राकर, रामकुमार ध्रुव, पुष्पेंद्र साहू, नागेश साहू, मोहन साहू, अत्यधिक संख्या में श्रोता गण उपस्थित रहे |