
कला,संस्कृति और भक्ति का संगम है अष्टप्रहरी कीर्तन- डॉ. सम्पत अग्रवाल, श्रीकृष्णजी के पुजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
बसना(छत्तीसगढ़)/ अष्टप्रहरी एक हिंदू अनुष्ठान समारोह है जो भगवान कृष्ण की भक्ति स्तुति में सामूहिक रूप से 8 प्रहरों के लिए किया जाता है । भक्त भगवान के नामहरे कृष्णा, हरे राम का जाप करते हैं।
बसना अंचल के ग्राम बडे टेमरी में आयोजित अष्टप्रहरी नामयज्ञ में नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक एवं नगर पंचायत पूर्व अध्यक्ष डॉ.सम्पत अग्रवाल शामिल हुए एवं पूजा अर्चना कर ग्रामवासियों की खुशहाली की कामना की। आयोजक समिति ने सनातन धर्मानुसार श्रीफल पुष्पहार व वस्त्र परिधान से स्वागत सम्मान किया।
डॉ. सम्पत अग्रवाल ने कहा कि अष्टप्रहरी नामयज्ञ कला, सनातन संस्कृति और परम भक्ति का संगम है ,हम सभी को आपस में एक दूसरे की सहयोग करनी चाहिए,क्योंकि हम सब एक परिवार के सदस्य हैं। हमारी दृढ़ संकल्प ही हमें सफल तथा हमारे क्षेत्र को विकास की राह पर लाकर विश्व के महत्वपूर्ण जगहों में स्थापित करता है।
डॉ.सम्पत अग्रवाल ने आगे कहा कि जगन्नाथ महाप्रभु की कृपा और आप सभी के आशीर्वाद से नीलांचल सेवा समिति के द्वारा नर सेवा नारायण सेवा की परिकल्पना को साकार करते नीलांचल निशुल्क एंबुलेंस सेवा,निशुल्क उपचार सेवा, स्वास्थ्य शिविर, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन,खेल खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने खेलों का आयोजन,शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान इत्यादि जनसेवा कार्य किया जा रहा है। मैं आशा करता हूं कि आप लोगों का आशीर्वाद हमेशा ऐसा ही बना रहें।
इस दौरान नीलांचल धानापाली सेक्टर सह प्रभारी मोहित पटेल, कार्यालय प्रभारी राजेंद्र यादव, ग्राम प्रमुख उत्तम सिंह जगत, शिवलाल जगत, विजय महाराज, प्रमोद प्रधान, सुरेंद्र प्रधान,गजलाल पटेल, मोहन यादव, सीताराम देवता,भगोल सिंह जगत, दयानिधि देवता,सुरेश प्रधान, सुलोचन पटेल, राधेश्याम देवता, लोकेश देवता, नरेंद्र बारीक, बलराम देवता, अनिल कुमार दास सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।